बायोटेक्नोलॉजी का मतलब क्या है?
बायो-टेक्नोलॉजी यानी जैव प्रौद्योगिकी वह तकनीक है जिसमें जीवधारियों या जीवधारियों से प्राप्त होने वाले पदार्थों का उपयोग करके उत्पादों का निर्माण या उनमें सुधार का अध्ययन किया जाता है। इसके अंतर्गत अनेक क्षेत्र सम्मिलित हैं, जैसे स्वास्थ्य और चिकित्सा, कृषि, पशुपालन, उद्योग और पर्यावरण आदि।.
बायोटेक्नोलॉजी के पिता कौन है?
Detailed Solution
लुई पास्चर को जीवाणु विज्ञान का जनक माना जाता है।.
बायोटेक्नोलॉजी के पिता कौन है?
जैवप्रौद्योगिकी या जैवतकनीकी, प्रौद्योगिकी का वो विषय है जो अभियान्त्रिकी और तकनीकी के डाटा और विधियों को जीवों और जीवन तन्त्रों से सम्बन्धित अध्ययन और समस्या के समाधान के लिये उपयोग करता है। इसे रासायनिक अभियान्त्रिकी, रसायन शास्त्र या जीव विज्ञान में संबंधित माना जाता है।.
बायोटेक्नोलॉजी में क्या क्या आता है?
बायो-टेक्नोलॉजी यानी जैव प्रौद्योगिकी वह तकनीक है जिसमें जीवधारियों या जीवधारियों से प्राप्त होने वाले पदार्थों का उपयोग करके उत्पादों का निर्माण या उनमें सुधार का अध्ययन किया जाता है। इसके अंतर्गत अनेक क्षेत्र सम्मिलित हैं, जैसे स्वास्थ्य और चिकित्सा, कृषि, पशुपालन, उद्योग और पर्यावरण आदि।.
बायोटेक्नोलॉजी में क्या स्कोप है?
Detailed Solution
लुई पास्चर को जीवाणु विज्ञान का जनक माना जाता है।.
बायोटेक्नोलॉजी में क्या स्कोप है?
बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई करने के बाद छात्र-छात्राएं हेल्थ केयर सेंटर्स, कृषि क्षेत्र, एनिमल हसबेंड्री, जेनेटिक इंजीनियरिंग, रिसर्च लैबोरेट्रीज, एकेडेमिक्स, फूड मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री, प्लांट रिसर्चर, रिसर्च साइंटिस्ट आदि क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं..
- Answer. इस प्रौद्योगिकी के द्वारा ऐसी फसलों का विकास किया जा रहा है जिनके पास कीटों या रोगों से लड़ने की पूर्ण क्षमता हो। इन कीटनाशकों से पर्यावरण को भी कोई हानि नहीं होती है क्योंकि इनके अवशेष 'बायोडिग्रेडेबल' होते हैं। आठ नये जैव कीटनाशकों तथा दो पायलट जैव नियंत्रण प्रयोगिक संयन्त्रों का विकास किया गया है।
- आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी के विकास में दो प्रमुख तकनीक निम्नलिखित हैं आनुवंशिक इंजीनियरिंग-इस तकनीक द्धारा आनुवंशिक पदार्थों (DNA या RNA) के रसायन में परिवर्तन कर इसे परपोषी जीवों में प्रवेश कराकर उसके समलक्षी (phenotypes) में परिवर्तन करते हैं।
- जैवप्रौद्योगिकी या जैवतकनीकी, प्रौद्योगिकी का वो विषय है जो अभियान्त्रिकी और तकनीकी के डाटा और विधियों को जीवों और जीवन तन्त्रों से सम्बन्धित अध्ययन और समस्या के समाधान के लिये उपयोग करता है। इसे रासायनिक अभियान्त्रिकी, रसायन शास्त्र या जीव विज्ञान में संबंधित माना जाता है।
- बायो-टेक्नोलॉजी यानी जैव प्रौद्योगिकी वह तकनीक है जिसमें जीवधारियों या जीवधारियों से प्राप्त होने वाले पदार्थों का उपयोग करके उत्पादों का निर्माण या उनमें सुधार का अध्ययन किया जाता है। इसके अंतर्गत अनेक क्षेत्र सम्मिलित हैं, जैसे स्वास्थ्य और चिकित्सा, कृषि, पशुपालन, उद्योग और पर्यावरण आदि।
- बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई करने के बाद छात्र-छात्राएं हेल्थ केयर सेंटर्स, कृषि क्षेत्र, एनिमल हसबेंड्री, जेनेटिक इंजीनियरिंग, रिसर्च लैबोरेट्रीज, एकेडेमिक्स, फूड मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री, प्लांट रिसर्चर, रिसर्च साइंटिस्ट आदि क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं.