- (i) लेखांकन कला एवं विज्ञान दोनों है। (ii) लेखांकन में वित्तीय व्यवहारों का उनकी प्रकृति के अनुसार अभिलेखन किया जाता है। (iii) लेखांकन में वित्तीय व्यवहारों एवं घटनाओं को मुद्रा के रूप में अंकित किया जाता है। (iv) यह व्यवहारों का व्यवस्थित क्रम में पूर्ण, शुद्ध, स्पष्ट तथा स्थायी रिकार्ड रखता है।
Accounting से आप क्या समझते है?
\x26gt; \x26gt; लेखांकन का उपयोग लेखांकन पुस्तकों में सभी वित्तीय लेन-देनों के व्यवस्थित रूप में लेखा रखने के लिए किया जाता है। व्यवसाय में बहुत प्रतिभावान अधिकारी एवं प्रबंधक भी पूर्ण शुद्धता के साथ व्यवसाय में प्रतिदिन के विभिन्न लेन-देनों जैसे क्रय विक्रय, प्राप्ति, भुगतान आदि को पूर्ण शुद्धता के साथ स्मरण नहीं रख सकते ।.
एकाउंटिंग का क्या अर्थ है?
\x26gt; \x26gt; लेखांकन का उपयोग लेखांकन पुस्तकों में सभी वित्तीय लेन-देनों के व्यवस्थित रूप में लेखा रखने के लिए किया जाता है। व्यवसाय में बहुत प्रतिभावान अधिकारी एवं प्रबंधक भी पूर्ण शुद्धता के साथ व्यवसाय में प्रतिदिन के विभिन्न लेन-देनों जैसे क्रय विक्रय, प्राप्ति, भुगतान आदि को पूर्ण शुद्धता के साथ स्मरण नहीं रख सकते ।.
एकाउंटिंग क्या है और इसके उद्देश्य?
उनके अनुसार 'लेखांकन मुख्यतः वित्तीय प्रकृति के व्यावसायिक लेनदेनों और घटनाओं के अभिलेखन तथा वर्गीकरण का विज्ञान है और उन लेनदेनें और घटनाओं का महत्वपूर्ण सारांश बनाने, विश्लेषण तथा व्याख्या करने और परिणामों को उन व्यक्तियों को सम्प्रेषित करने की कला है, जिन्हें निर्णय लेने हैं।.
एकाउंटिंग क्या है और इसके उद्देश्य?
लेखा शास्त्र शेयर धारकों और प्रबंधकों आदि के लिए किसी व्यावसायिक इकाई के बारे में वित्तीय जानकारी संप्रेषित करने की कला है। लेखांकन को 'व्यवसाय की भाषा' कहा गया है। हिन्दी में 'एकाउन्टैन्सी' के समतुल्य 'लेखाविधि' तथा 'लेखाकर्म' शब्दों का भी प्रयोग किया जाता है।.
एकाउंटिंग क्या है और इसके उद्देश्य?
लेखाशास्त्र गणितीय विज्ञान की वह शाखा है जो व्यवसाय में सफलता और विफलता के कारणों का पता लगाने में उपयोगी है। लेखाशास्त्र के सिद्धांत व्यावसयिक इकाइयों पर व्यावहारिक कला के तीन प्रभागों में लागू होते हैं, जिनके नाम हैं, लेखांकन, बही-खाता (बुक कीपिंग), तथा लेखा परीक्षा (ऑडिटिंग)।.
एकाउंटिंग में क्या क्या आता है?
लेखा शास्त्र शेयर धारकों और प्रबंधकों आदि के लिए किसी व्यावसायिक इकाई के बारे में वित्तीय जानकारी संप्रेषित करने की कला है। लेखांकन को 'व्यवसाय की भाषा' कहा गया है। हिन्दी में 'एकाउन्टैन्सी' के समतुल्य 'लेखाविधि' तथा 'लेखाकर्म' शब्दों का भी प्रयोग किया जाता है।.
लेखांकन की 3 परिभाषा क्या हैं?
\x26gt; \x26gt; लेखांकन का उपयोग लेखांकन पुस्तकों में सभी वित्तीय लेन-देनों के व्यवस्थित रूप में लेखा रखने के लिए किया जाता है। व्यवसाय में बहुत प्रतिभावान अधिकारी एवं प्रबंधक भी पूर्ण शुद्धता के साथ व्यवसाय में प्रतिदिन के विभिन्न लेन-देनों जैसे क्रय विक्रय, प्राप्ति, भुगतान आदि को पूर्ण शुद्धता के साथ स्मरण नहीं रख सकते ।.
लेखांकन क्यों जरूरी है?
\x26gt; \x26gt; लेखांकन का उपयोग लेखांकन पुस्तकों में सभी वित्तीय लेन-देनों के व्यवस्थित रूप में लेखा रखने के लिए किया जाता है। व्यवसाय में बहुत प्रतिभावान अधिकारी एवं प्रबंधक भी पूर्ण शुद्धता के साथ व्यवसाय में प्रतिदिन के विभिन्न लेन-देनों जैसे क्रय विक्रय, प्राप्ति, भुगतान आदि को पूर्ण शुद्धता के साथ स्मरण नहीं रख सकते ।.
लेखांकन के उद्देश्य
विधिवत अभिलेख रखना प्रत्येक व्यावसायिक लेन-देन को पुस्तकों में क्रमबद्ध तरीके से लिखना व उचित हिसाब रखना लेखांकन का प्रथम उद्देश्य है। व्यावसायिक सम्पत्तियों को सुरक्षित रखना शुद्ध लाभ या हानि का निर्धारण व्यवसाय की वित्तीय स्थिति का निर्धारण विवेकपूर्ण निर्णय लेने में सहायक- अकाउंटेंसी एक व्यापक शब्द है और अकाउंटिंग अकाउंटेंसी के परिप्रेक्ष्य में आता है। लेखांकन का अर्थ है, वित्तीय लेनदेन की रिकॉर्डिंग, सारांश, विश्लेषण और रिपोर्टिंग। यह व्यवसाय के खातों की हिसाब को बनाए रखने से संबंधित है।
- लेखांकन के प्रकार (Types of Accounting)वित्तीय लेखांकन (Financial Accounting)प्रबंध लेखांकन (Management Accounting)लागत लेखांकन (Cost Accounting)
- लेखांकन व्यवसाय चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह आपको आय और व्यय को ट्रैक करने में मदद करता है, वैधानिक अनुपालन सुनिश्चित करता है, और निवेशकों, प्रबंधन और सरकार को मात्रात्मक वित्तीय जानकारी प्रदान करता है जिसका उपयोग व्यावसायिक निर्णय लेने में किया जा सकता है।
- वित्तीय लेखांकन (Financial Accounting)प्रबंध लेखांकन (Management Accounting)लागत लेखांकन (Cost Accounting)
- हितधारकों को सूचना
विभिन्न कारणों से व्यवसायों के लिए अकाउंटिंग महत्वपूर्ण है। लाभ पीढ़ी एक कंपनी की व्यवहार्यता और विकास को प्रभावित करती है, लेकिन केवल वित्तीय विवरण ही यह निर्धारित करने के लिए आवश्यक संकेतक प्रदान करने में सक्षम होंगे कि अर्जित राशि पूरी लागत को कवर करती है या नहीं।