साइबर सिक्योरिटी से आप क्या समझते हैं?
साइबर सिक्योरिटी कितने प्रकार के होते है? ( साइबर सुरक्षित इंटरनेट सुरक्षा से संबंधित है। Network Security.यह साइबर सुरक्षा किसी नेटवर्क में प्रस्तुत अनचाहे प्रोग्राम हमले व गतिविधियों को रोकता है और यह नेटवर्क में प्रस्तुत डाटा को भी सुरक्षित रखता हैu096.
- Cloud Security
.इस सुरक्षा को क्लाउड कंप्यूटर सुरक्षा कहा जाता है।
साइबर सुरक्षा कितने प्रकार की होती है?
साइबर सिक्योरिटी मुख्य तौर पर आपके सिस्टम को इंटरनेट के माध्यम से होने वाली चोरी और बाकी गलत कामों से बचाती है. इसकी जरूरत सरकारी और प्राइवेट हर तरह के संस्थानों को है ताकी डाटा चोरी न हो और न ही उसका गलत इस्तेमाल हो. यहां से कर सकते हैं कोर्स..
साइबर सुरक्षा कितने प्रकार की होती है?
साइबर सुरक्षा क्या है? साइबर सुरक्षा (Cyber Security) या सूचना प्रौद्योगिकी सुरक्षा (Information Technology Security) कंप्यूटर, नेटवर्क, प्रोग्राम और डेटा को अनधिकृत पहुँच या हमलों से बचाने की तकनीकें हैं जो साइबर-भौतिक प्रणालियों (Cyber-Physical Systems) और महत्त्वपूर्ण सूचना अवसंरचना के दोहन पर लक्षित हैं।.
साइबर सुरक्षा कैसे करें?
साइबर सिक्योरिटी मुख्य तौर पर आपके सिस्टम को इंटरनेट के माध्यम से होने वाली चोरी और बाकी गलत कामों से बचाती है. इसकी जरूरत सरकारी और प्राइवेट हर तरह के संस्थानों को है ताकी डाटा चोरी न हो और न ही उसका गलत इस्तेमाल हो. यहां से कर सकते हैं कोर्स..
साइबर सुरक्षा क्या है Drishti IAS?
साइबर सुरक्षा क्या है? साइबर सुरक्षा (Cyber Security) या सूचना प्रौद्योगिकी सुरक्षा (Information Technology Security) कंप्यूटर, नेटवर्क, प्रोग्राम और डेटा को अनधिकृत पहुँच या हमलों से बचाने की तकनीकें हैं जो साइबर-भौतिक प्रणालियों (Cyber-Physical Systems) और महत्त्वपूर्ण सूचना अवसंरचना के दोहन पर लक्षित हैं।.
कृपया निम्नलिखित से सावधान रहें :
दो कारक प्रमाणीकरण वाला अकाउंट चुनेंएक मजबूत पासवर्ड बनाएंअपने कंप्यूटर को सुरक्षित और इसे अद्यतन रखेंईमेल के माध्यम से क्लिक करने से बचेंसुरक्षित लोकेशन से ही अपने अकाउंट को एक्सैस करेजब आपका कार्य हो जाए तो हमेशा लॉग आउट करेंअकाउंट नोटिफ़िकेशन को सेट करें (यदि उपलब्ध हो)- Cyber Security या Cyber Safety या साइबर सुरक्षा एक तरह की सुरक्षा है जो Internet से जुड़े हुए सिस्टम के लिए एक सिक्यूरिटी होती है इसके द्वारा Hardware और Software की डेटा को और भी सिक्योर या सुरक्षित बनाया जाता है जिससे किसी भी तरह से डेटा की चोरी न हो और सभी डॉक्यूमेंट और files सुरक्षित रहें