एस्ट्रोनॉमी का मतलब क्या होता है?
प्राचीन समय के आर्यभट्ट बहुत बड़े खगोल शास्त्री थे। जिन्होंने प्राचीन समय मे ही बता दिया था कि पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है।.
खगोल शब्द का अर्थ क्या होता है?
एक खगोलविद एक वैज्ञानिक है जो ब्रह्माण्ड के भीतर और पृथ्वी से परे ब्रह्माण्ड को समझने और व्याख्या करने की कोशिश करता है..
खगोल शास्त्र के आचार्य कौन थे?
खगोल शास्त्र, एक शास्त्र है जिसके अंतर्गत पृथ्वी और उसके वायुमण्डल के बाहर होने वाली घटनाओं का अवलोकन, विश्लेषण तथा उसकी व्याख्या की जाती है। यह वह अनुशासन है जो आकाश में अवलोकित की जा सकने वाली तथा उनका समावेश करने वाली क्रियाओं के आरंभ, बदलाव और भौतिक तथा रासायनिक गुणों का अध्ययन करता है।.
खगोलशास्त्र किसने लिखा था?
हिंदुओं का मानना है कि अंतरिक्ष में कई ब्रह्मांड घूम रहे हैं, लेकिन दुनिया की रचना कैसे हुई, इसके बारे में कई अलग-अलग विचार हैं। ब्रह्मांड और यह कैसे काम करता है, इसके बारे में हिंदुओं की अन्य महत्वपूर्ण मान्यताएँ हैं। उनका मानना है कि समय एक चक्र में घूमता रहता है और यह लगातार नष्ट होता रहता है और पुनः निर्मित होता रहता है।.
- आर्यभट्ट के अलावा भी भारत में महान खगोलशास्त्री और गणितज्ञ हुए हैं। आर्यभट्ट के अलावा, भास्कराचार्य (जन्म- 1114 ई., मृत्यु- 1179 ई.), बौद्धयन (800 ईसापूर्व), ब्रह्मगुप्त (ईस्वी सन् 598 में जन्म और 668 में मृत्यु) और भास्कराचार्य प्रथम (600–680 ईस्वीं) भी महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री थे।
- खगोल शास्त्र (हिन्दी) (पेपरबैक) [पेपरबैक] वीपी जैन ।
- हिंदुओं का मानना है कि अंतरिक्ष में कई ब्रह्मांड घूम रहे हैं, लेकिन दुनिया की रचना कैसे हुई, इसके बारे में कई अलग-अलग विचार हैं। ब्रह्मांड और यह कैसे काम करता है, इसके बारे में हिंदुओं की अन्य महत्वपूर्ण मान्यताएँ हैं। उनका मानना है कि समय एक चक्र में घूमता रहता है और यह लगातार नष्ट होता रहता है और पुनः निर्मित होता रहता है।