एथिक्स क्या है इन हिंदी?
जैव नैतिकता
बायो-एथिक्स (जैव-नीतिशास्त्र) जीव विज्ञान और चिकित्सा में प्रगति से उत्पन्न नैतिक मुद्दों का अध्ययन है, जीवन के जैविक पहलुओं से संबंधित नैतिक मुद्दे और उनसे संबंधित अन्य शाखाओं तथा प्रश्नों को बायो-एथिक्स में शामिल किया गया है।.
एथिक्स क्या है इन हिंदी?
जैव नैतिकता
यह नीतिशास्त्र की वह शाखा है जिसमें गर्भपात, पशु अधिकार या इच्छामृत्यु जैसे विशिष्ट एवं विवादास्पद नैतिक मुद्दों का विश्लेषण शामिल है। यह नैतिक सिद्धांतों के ज्ञान का उपयोग करके दुविधाओं को दूर करने में मदद करता है।.
एथिक्स क्या है इन हिंदी?
नीतिशास्त्र (अंग्रेजी- Ethics या Moral Philosophy; यूनानी-ἠθικός) जिसे आचारनीति, नीतिदर्शन या आचारशास्त्र भी कहते हैं, दर्शनशास्त्र एवं मूल्यमीमांसा की वह शाखा है जो नैतिक मूल्यों के सिद्धांत एवं सही और गलत व्यवहार के अवधारणाओं के व्यवस्थिकरण,तर्कबद्ध बचाव तथा संस्तुति से संपृक्त है ।.
एथिक्स से क्या किया जाता है?
नीतिशास्त्र (अंग्रेज़ी: ethics) जिसे व्यवहारदर्शन, नीतिदर्शन, नीतिविज्ञान और आचारशास्त्र भी कहते हैं, दर्शन की एक शाखा हैं। अच्छा और बुरा, सही और गलत, गुण और दोष, न्याय और जुर्म जैसी अवधारणाओं को परिभाषित करके, नीतिशास्त्र मानवीय नैतिकता के प्रश्नों को सुलझाने का प्रयास करता हैं।.
नीतिशास्त्र का अर्थ क्या है?
नीतिशास्त्र का तात्पर्य:
नीतिशास्त्र सिद्धांतों का एक समूह है जो हमारे निर्णयों को प्रभावित करता है और हमारे जीवन की दिशा और लक्ष्य निर्धारित करता है।.
नैतिकता परिभाषा और अर्थ क्या है?
नैतिकता अनिवार्य रूप से एक सामाजिक व्यवस्था है, जिसका उद्देश्य समाज का हित होता है। नैतिकता की यह मांग है कि व्यक्ति अपने निजी हित के स्थान पर समाज के कल्याण को अधिक महत्त्व दे परंतु यह एक ऐच्छिक कार्यविधि है जिसकी अपेक्षा तो समाज करता है परंतु क्रियान्वयन व्यक्ति विशेष के स्वविवेक पर निर्भर होता है ।.
नैतिकता परिभाषा और अर्थ क्या है?
बायोएथिसिस्ट बायोमेडिसिन और बायोमेडिकल अनुसंधान में उत्पन्न होने वाले नैतिक, सामाजिक और कानूनी मुद्दों पर शोध करते हैं ; पाठ्यक्रम पढ़ाएं और सेमिनार दें; संस्थागत नीतियों का मसौदा तैयार करने में सहायता; नैतिक समितियों में कार्य करना, और नैतिक मुद्दों पर परामर्श और सलाह प्रदान करना।.
- एथिक्स (Ethics) एक ग्रीक शब्द 'एथिकोस' ( Ethikos) से बना है, जिसकी उत्पत्ति 'इथोस' (Ethos) से हुई है। इथोस का उस समय अर्थ था- रीति-रिवाज़, हालाँकि आजकल इसका अर्थ 'आंतरिक विशेषता' होता है। नैतिकता के लिये प्रायः 'मोरैलिटी' (Morality) शब्द का प्रयोग भी किया जाता है।
- जैव नैतिकता
बायो-एथिक्स (जैव-नीतिशास्त्र) जीव विज्ञान और चिकित्सा में प्रगति से उत्पन्न नैतिक मुद्दों का अध्ययन है, जीवन के जैविक पहलुओं से संबंधित नैतिक मुद्दे और उनसे संबंधित अन्य शाखाओं तथा प्रश्नों को बायो-एथिक्स में शामिल किया गया है। - नीति शास्त्र में केवल मनुष्य के ऐच्छिक कर्मों का अध्ययन व मूल्यांकन किया जाता है। का निर्धारण मनुष्य स्वयं करता है। नीति शास्त्र में उचित-अनुचित, नैतिक-अनैतिक, शुभ-अशुभ का मूल्यांकन जिन नियमों/ सिद्धांतों के आधार पर किया जाता है ये ही मूल्यांकन के मानक होते है जो कि मान्यता प्राप्त होते है।
- नीति शास्त्र वह मानकीय एवं सामाजिक विज्ञान है जिसमें सैद्धांतिक व व्यवहारिक सभी पक्षों को शामिल किया जाता है। इसमें समाज में रहने वाले सभी मनुष्यों के आचरण का, चरित्र का, उचित-अनुचित का, नैतिक विचारों का तथा नैतिक शब्दों के अर्थ से जुड़े प्रश्नों का अध्ययन या मूल्यांकन शामिल होता है।
- नीतिशास्त्र (अंग्रेजी- Ethics या Moral Philosophy; यूनानी-ἠθικός) जिसे आचारनीति, नीतिदर्शन या आचारशास्त्र भी कहते हैं, दर्शनशास्त्र एवं मूल्यमीमांसा की वह शाखा है जो नैतिक मूल्यों के सिद्धांत एवं सही और गलत व्यवहार के अवधारणाओं के व्यवस्थिकरण,तर्कबद्ध बचाव तथा संस्तुति से संपृक्त है ।
- नीतिशास्त्र का तात्पर्य:
नीतिशास्त्र सिद्धांतों का एक समूह है जो हमारे निर्णयों को प्रभावित करता है और हमारे जीवन की दिशा और लक्ष्य निर्धारित करता है। - नैतिकता अनिवार्य रूप से एक सामाजिक व्यवस्था है, जिसका उद्देश्य समाज का हित होता है। नैतिकता की यह मांग है कि व्यक्ति अपने निजी हित के स्थान पर समाज के कल्याण को अधिक महत्त्व दे परंतु यह एक ऐच्छिक कार्यविधि है जिसकी अपेक्षा तो समाज करता है परंतु क्रियान्वयन व्यक्ति विशेष के स्वविवेक पर निर्भर होता है ।
- विषय क्षेत्रों के उदाहरण जो लंबे समय से जैवनैतिकता का ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वे हैं अंग दान और प्रत्यारोपण, आनुवंशिक अनुसंधान, मृत्यु और मरना, और पर्यावरण संबंधी चिंताएँ।
- सामान्य अर्थों में देखे तो नीतिशास्त्र अध्ययन की वह शाखा है जो " व्यक्ति या समाज के लिए क्या उचित है" इस पर बल देती है। दर्शनशास्त्र के अंग के रूप में नीतिशास्त्र मानवीय आचरण में सही-गलत या उचित-अनुचित का अध्ययन करता है। नीति शास्त्र में मनुष्य की नैतिक चेतना का अध्ययन किया जाता है।