अपराध का जनक कौन है?
शेजारे लोम्ब्रोजो (Cesare Lombroso ; इतालवी उच्चारण : [ˈtʃeːzare lomˈbroːzo; -oːso]; 6 नवम्बर 1835 – 19 अक्टूबर 1909) इटली के अपराधशास्त्री एवं चिकित्सक थे। उन्होने 'इटली के सकारात्मक अपराधविज्ञान विद्यालय' (Italian School of Positivist Criminology) की स्थापना की। उन्हें प्रायः अपराधशास्त्र का जनक माना जात है।.
अपराध किसे कहते हैं कितने प्रकार के होते हैं?
दण्ड प्रक्रिया संहिता में अपराध को दो वर्गों में बाँटा गया है; एक संज्ञेय अपराध तथा दूसरा असंज्ञेय अपराध । पुलिस को संज्ञेय अपराध के मामलों में ही प्रथम सूचना रिपोर्ट को रजिस्टर्ड करने तथा अपराध का छान-बीन करने के लिए सक्षम है । संज्ञेय अपराध में सम्मिलित अपराधी को पुलिस न्यायालय की वारंट के बिना गिफ्तारी कर सकता है ।.
अपराध शास्त्र का पिता कौन है?
शेजारे लोम्ब्रोजो (Cesare Lombroso ; इतालवी उच्चारण : [ˈtʃeːzare lomˈbroːzo; -oːso]; 6 नवम्बर 1835 – 19 अक्टूबर 1909) इटली के अपराधशास्त्री एवं चिकित्सक थे। उन्होने 'इटली के सकारात्मक अपराधविज्ञान विद्यालय' (Italian School of Positivist Criminology) की स्थापना की। उन्हें प्रायः अपराधशास्त्र का जनक माना जात है।.
अपराधी कितने प्रकार के होते हैं?
विक्टिमोलॉजी (पीड़ितविज्ञान) यह पीड़ितों पर अपराध के मनोवैज्ञानिक प्रभाव की जांच है तथा पीड़ितों और अपराधियों, न्याय प्रणाली, और सुधार अधिकारियों के मध्य संबंधों का अध्ययन है।.
अपराधों के अध्ययन को क्या कहते हैं?
अपराध का अध्ययन करने वाले विज्ञान या शास्त्र को अपराध शास्त्र कहते हैं ।.
क्रिमिनोलॉजी का मतलब क्या होता है?
यह साइंस की ही एक प्रमुख ब्राँच में से एक हैं जिसमें स्टूडेंट्स को क्राइम और क्राइम से बचाव के तरीकों के बारे में पढ़ाया जाता हैं। क्रिमिनोलॉजी का संबंध सोशल और इंडिविजुअल लेवल पर क्रिमिनल बिहेवियर की प्रकृति, कारणों, नतीजे, मैनेजमेंट और रोकथाम के अध्ययन से संबंधित होता है।.
- अपराध , अपराधी, आपराधिक स्वभाव तथा अपराधियों के सुधार का वैज्ञानिक अध्ययन अपराध शास्त्र (Criminology) के अन्तर्गत किया जाता है। इसके अन्तर्गत अपराध के प्रति समाज के रवैया, अपराध के कारण, अपराध के परिणाम, अपराध के प्रकार एवं अपराध की रोकथाम का भी अध्ययन किया जाता है।
- अपराध अपराध वह कार्य या कार्यों का समूह है जिससे राज्य की शांति भंग होती है या हिंसा उत्पन्न होती है या साधारण जन–जीवन दूषित होता है और जिसके लिए विधि में दंड की व्यवस्था की गई। अपराध राज्य के प्रति भी हो सकता है और व्यक्ति के विरुद्ध भी हो सकता है।
- कोई भी ऐसा कार्य या लोप जो विधि द्वारा दंडनीय है अपराध है।अपराध कई प्रकार के होते हैराज्य के विरुद्ध अपराधशरीर के विरुद्ध अपराधसंपति के विरुद्ध अपराधविवाह के विरुद्ध अपराधन्यायालय के सम्मुख/ न्यायिक प्रक्रिया में किए गए अपराधयौन अपराध
- दण्ड प्रक्रिया संहिता में अपराध को दो वर्गों में बाँटा गया है; एक संज्ञेय अपराध तथा दूसरा असंज्ञेय अपराध । पुलिस को संज्ञेय अपराध के मामलों में ही प्रथम सूचना रिपोर्ट को रजिस्टर्ड करने तथा अपराध का छान-बीन करने के लिए सक्षम है ।