आधुनिक भारत का इतिहास क्या है?
आधुनिक भारतीय इतिहास को 1850 के बाद का इतिहास कहा जा सकता है। आधुनिक भारतीय इतिहास के एक बड़े हिस्से पर भारत में ब्रिटिश शासन का कब्जा था। Modern History in Hindi को मुगलों के भारत में आने से पहले से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के शासन काल तक को माना जा सकता है।.
आधुनिक भारत की शुरुआत कब हुई थी?
सही उत्तर अठारहवीं है। अठारहवीं शताब्दी को भारत में आधुनिक काल की शुरुआत माना जाता है । 18वीं शताब्दी को आधुनिक भारत के इतिहास की शुरुआत के रूप में माना जाता है क्योंकि यह वह शताब्दी थी जब यूरोपीय शक्तियों ने भारत में राजनीतिक सत्ता हासिल करना शुरू किया था। इसके साथ ही भारतीय इतिहास के पहले के मुगल काल का अंत हो गया।.
इतिहास से क्या तात्पर्य है?
इतिहास के अंतर्गत हम जिस विषय का अध्ययन करते हैं उसमें अब तक घटित घटनाओं या उससे संबंध रखनेवाली घटनाओं का कालक्रमानुसार वर्णन होता है। दूसरे शब्दों में मानव की विशिष्ट घटनाओं का नाम ही इतिहास है। या फिर प्राचीनता से नवीनता की ओर आने वाली, मानवजाति से संबंधित घटनाओं का वर्णन इतिहास है।.
भारत का सबसे पुराना इतिहास कौन सा है?
बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ तक इतिहासकारों की यह मान्यता थी कि वैदिक सभ्यता भारत की सबसे प्राचीन सभ्यता है। परन्तु सर दयाराम साहनी के नेतृत्व में १९२१ में जब हड़प्पा (पंजाब के माँन्टगोमरी जिले में स्थित) की खुदाई हुई तब इस बात का पता चला कि भारत की सबसे पुरानी सभ्यता वैदिक नहीं वरन सिन्धु घाटी की सभ्यता है।.
भारत की शुरुआत कैसे हुई?
हिन्दू ग्रन्थ, स्कन्द पुराण (अध्याय-37 के अनुसार) "ऋषभदेव नाभिराज के पुत्र थे, ऋषभ के पुत्र भरत थे। इधर कई और पुराण भी कहते हैं कि नाभिराज के पुत्र भगवान ऋषभदेव रहे और उनके बेटे रहे भरत, वे चक्रवर्ती थे और उनका साम्राज्य चहूं दिशाओं में फैला था और उनके नाम पर ही हमारे देश का नाम भारतवर्ष पड़ा।.
लेखन के जनक कौन है?
भारतेंदु हरिश्चंद्र आधुनिक हिंदी साहित्य के जनक कहे जाते हैं. उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध में उन्होंने अलग-अलग विधाओं में लेखन किया. महज पैंतीस साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई लेकिन उनके समय को हिंदी का भारतेंदु युग कहा जाता है..
- इतिहास के अंतर्गत हम जिस विषय का अध्ययन करते हैं उसमें अब तक घटित घटनाओं या उससे संबंध रखनेवाली घटनाओं का कालक्रमानुसार वर्णन होता है। दूसरे शब्दों में मानव की विशिष्ट घटनाओं का नाम ही इतिहास है। या फिर प्राचीनता से नवीनता की ओर आने वाली, मानवजाति से संबंधित घटनाओं का वर्णन इतिहास है।
- हिन्दू ग्रन्थ, स्कन्द पुराण (अध्याय-37 के अनुसार) "ऋषभदेव नाभिराज के पुत्र थे, ऋषभ के पुत्र भरत थे। इधर कई और पुराण भी कहते हैं कि नाभिराज के पुत्र भगवान ऋषभदेव रहे और उनके बेटे रहे भरत, वे चक्रवर्ती थे और उनका साम्राज्य चहूं दिशाओं में फैला था और उनके नाम पर ही हमारे देश का नाम भारतवर्ष पड़ा।